बिलासपुर रेलवे स्टेशन में पदस्थ जीआरपी हवलदार जय कुमार वर्मा को पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। उस पर पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से लाखों रुपये ठगने का आरोप है।
जानकारी के अनुसार, वर्ष 2017 में पुलिस में आरक्षक पद पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही थी। इसी दौरान जांजगीर-चांपा निवासी महेंद्र सिंह मानसर की मुलाकात हवलदार जय कुमार वर्मा से हुई। जय कुमार ने खुद को प्रभावशाली बताते हुए महेंद्र को अपने भाई भूपेंद्र सिंह मानसर को सिपाही की नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाया। इसके बदले उसने 10 लाख रुपए की मांग की।
आर्थिक रूप से कमजोर महेंद्र ने खेत बेचकर यह रकम जुटाई और जय कुमार को खमतराई की आरवीएच कॉलोनी में मनोज मिंज की मां राजकुमारी मिंज और तीरथ साहू की मौजूदगी में सौंप दिए।
इसके बाद भी भूपेंद्र को नौकरी नहीं मिली। जब महेंद्र ने पैसे वापस मांगे, तो जय कुमार टालमटोल करने लगा। 2019 में उसने केवल 2 लाख रुपए लौटाए और बाकी रकम आज तक नहीं दी।
जांच में पता चला है कि आरोपी ने अपने गांव के कई अन्य लोगों से भी नौकरी का झांसा देकर पैसे लिए थे। पंचायत में दबाव बनने के बाद कुछ को उसने अपनी जमीन बेचकर पैसा लौटाया, लेकिन महेंद्र और अन्य कुछ पीड़ितों को आज तक पूरी रकम नहीं मिली।
शिकायत मिलने पर खमतराई पुलिस ने जय कुमार वर्मा के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।