जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसारन में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों को बेरहमी से गोलियों से भून दिया गया। आतंकियों ने हमले से पहले पीड़ितों का धर्म पूछकर उन्हें निशाना बनाया, जिससे यह साफ है कि यह एक सोची-समझी साजिश थी।

अखिल भारतीय हिंदू संगठन ने इस बर्बर हमले की निंदा करते हुए मृतकों को श्रद्धांजलि दी और सरकार से तीन अहम मांगें रखीं—पहली, सभी आतंकियों की पहचान कर उन्हें मारा जाए; दूसरी, हिंदू नागरिकों की सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय स्तर पर विशेष नीति लागू हो; और तीसरी, हिंदू विरोधी मानसिकता फैलाने वाले संगठनों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चलाया जाए। संगठन ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार कार्रवाई नहीं करती, तो वे समाज के वीर युवाओं को आगे लाएंगे।

हिंदू संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता नीरज पांडेय ने कहा कि अब सिर्फ निंदा करने का समय नहीं है, बल्कि निर्णायक कार्रवाई का वक्त है। उन्होंने सरकार से आतंकियों को सीधे गोली मारने का आदेश देने की मांग की।

इस हमले के खिलाफ मुस्लिम समाज भी आक्रोशित है। छत्तीसगढ़ के नवापारा में मुस्लिम समुदाय ने मस्जिद में बैठक कर इस कायराना हरकत की निंदा की और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई। मुस्लिम समाज के अध्यक्ष अल्तमश सिद्दीकी ने कहा कि यह पूरी मानवता पर हमला है और भारत का हर मुसलमान इस दुख में साथ है। उन्होंने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से अपील की कि आतंकियों को उनके ठिकानों सहित नेस्तनाबूद किया जाए।

राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने भी घटना को लेकर गहरा रोष जताया है। सभी ने एक स्वर में कहा कि यह हमला भारत की एकता, अखंडता और भाईचारे पर किया गया है और अब देश को मिलकर आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक संघर्ष छेड़ना होगा।