मुख्यमंत्री की सख्त कार्यशैली का दिखा असर, महासमुंद के D.E.O. बदले गए
छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रशासनिक सख्ती दिखाते हुए तीन अधिकारियों के तबादले किए हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति और परिणाम आधारित प्रशासन का असर अब साफ नजर आने लगा है।
जारी आदेश के मुताबिक, महासमुंद जिले के प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी प्राचार्य एम.आर. सावंत को उनके पद से हटाकर जगदलपुर स्थित संभागीय संयुक्त संचालक कार्यालय में सहायक संचालक के पद पर भेजा गया है। उनकी जगह नवागढ़ (जांजगीर-चांपा) के विकासखंड शिक्षा अधिकारी विजय कुमार लहरे को महासमुंद का नया प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी बनाया गया है। इसके साथ ही भूपेंद्र कुमार कौशिक को नवागढ़ का नया विकासखंड शिक्षा अधिकारी नियुक्त किया गया है।
यह फैसला उस समय लिया गया जब मुख्यमंत्री साय ने महासमुंद जिले में बोर्ड परीक्षा के खराब परिणामों पर नाराजगी जताई थी। हाल ही में सुशासन तिहार के तीसरे चरण के तहत महासमुंद में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने साफ संकेत दिया था कि शिक्षा के स्तर से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने सभी शिक्षा अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए थे कि शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। स्कूल शिक्षा विभाग की यह ताजा कार्रवाई दर्शाती है कि प्रदेश सरकार प्रदर्शन आधारित मूल्यांकन को प्राथमिकता दे रही है और शिक्षा व्यवस्था में जिम्मेदारी तय करने के लिए तत्पर है।