छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में कुछ दिनों की राहत के बाद फिर से गर्मी ने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। शनिवार को जिले का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि न्यूनतम तापमान 24.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। दिन और रात की बढ़ती गर्मी के साथ हवा में नमी ने उमस को और बढ़ा दिया है, जिससे लोगों को चिपचिपी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है।

मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, फिलहाल जिले में बारिश की कोई संभावना नहीं है। इसके चलते आने वाले दिनों में गर्मी और बढ़ सकती है। दुर्ग संभाग के सभी जिलों में तापमान सामान्य से अधिक चल रहा है। हालांकि शनिवार को कुछ इलाकों में हल्के बादल देखने को मिले, लेकिन बारिश नहीं हुई। मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा का कहना है कि 15 मई के बाद अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के पार जा सकता है।

मानसून 2025: समय पर आने की उम्मीद

मौसम विभाग के अनुसार इस साल मानसून 18 जून तक छत्तीसगढ़ में प्रवेश कर सकता है। इससे पहले हो रही बारिश को प्री-मानसून गतिविधियों के रूप में देखा जा रहा है। दक्षिण-पश्चिम मानसून इस समय दक्षिण अरब सागर, मालदीव, कोमरान क्षेत्र, दक्षिण बंगाल की खाड़ी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह तक पहुंच चुका है। वर्तमान परिस्थितियां मानसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकूल बनी हुई हैं।

नौतपा की शुरुआत 25 मई से

इस साल नौतपा की शुरुआत 25 मई से होगी, जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगा। यह कालखंड 8 जून तक चलेगा, जब सूर्य मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करेगा। नौतपा के नौ दिन आमतौर पर सबसे अधिक गर्म होते हैं, लेकिन कुल मिलाकर यह 15 दिनों की भीषण गर्मी का समय होता है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस बार का नौतपा काफी तीव्र हो सकता है, बशर्ते मौसम प्रणाली या वेस्टर्न डिस्टर्बेंस में कोई बड़ा बदलाव न हो। यह अवधि न केवल लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण होती है, बल्कि प्रकृति के लिए भी अहम मानी जाती है, क्योंकि धरती इस दौरान सूर्य की ऊष्मा को अवशोषित करती है, जो आगे मानसून के आगमन में मदद करता है।