छत्तीसगढ़ के भिलाई जिले में बुधवार सुबह दुर्ग पुलिस ने बड़े स्तर पर अभियान चलाकर बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों की पहचान करने की कार्रवाई की। अवैध रूप से रह रहे लोगों के खिलाफ यह अभियान अलग-अलग थाना क्षेत्रों में चलाया गया, जिससे इलाके में हलचल मच गई।

पुलिस द्वारा की गई घोषणा के बाद बड़ी संख्या में लोग अपने घरों से बाहर निकलकर दस्तावेजों की जांच कराने पहुंचे। इस दौरान कुल 474 लोगों की जांच की गई और 103 संदिग्धों के फिंगरप्रिंट लिए गए।

एएसपी पद्मश्री तवर ने बताया कि एसएसपी विजय अग्रवाल के निर्देश पर कई टीमों का गठन किया गया था। ये टीमें छावनी, भिलाई नगर और पाटन सब-डिवीजन क्षेत्रों में पहुंचीं और कार्रवाई की।

छावनी क्षेत्र के ट्रांसपोर्ट नगर, हथखोज और पुरैना इलाकों में 65 लोगों की जांच की गई, जिनमें से 15 संदिग्धों के फिंगरप्रिंट लिए गए। वहीं भिलाई नगर क्षेत्र के कांट्रेक्टर कॉलोनी, पुरानी बस्ती और पांच रास्ता इलाकों में 201 किराएदारों की जांच की गई, जिनमें से कई अन्य जिलों से आए हुए पाए गए।

यह अभियान संदिग्ध विदेशी नागरिकों की पहचान कर उन्हें कानून के दायरे में लाने की दिशा में एक सख्त कदम माना जा रहा है।