छत्तीसगढ़ में इस बार मानसून समय से पहले पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। मौसम विभाग के मुताबिक, केरल में मानसून पांच दिन पहले यानी 31 मई तक दस्तक दे सकता है, जिससे प्रदेश में भी 5 जून तक झमाझम बारिश की शुरुआत होने की संभावना है। सामान्यतः छत्तीसगढ़ में मानसून 10 जून को आता है, लेकिन बीते 20 वर्षों में केवल तीन बार ही यह समय पर पहुंचा है।
पिछले साल मानसून 7 जून को प्रदेश में आया था, लेकिन इसकी शुरुआत सुकमा जिले में हुई और रायपुर में एक सप्ताह बाद बारिश हुई थी। इससे पहले 2023 में 21 जून, 2022 में 18 जून, और 2021 में 11 जून को मानसून पहुंचा था।
मौसम विभाग 1 जून से 30 सितंबर तक होने वाली बारिश को मानसूनी श्रेणी में गिनता है, जबकि इससे पहले की बारिश को प्री-मानसून और इसके बाद की बारिश को पोस्ट-मानसून माना जाता है।
बीते साल बारिश ने तोड़ा 20 साल का रिकॉर्ड
2024 में छत्तीसगढ़ में कुल 1231.7 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो पिछले 20 सालों में सबसे अधिक है। बीजापुर जिले में सर्वाधिक 2388.9 मिमी वर्षा हुई, जो सामान्य से 75% अधिक है। केवल पांच जिलों – बेमेतरा, दुर्ग, जशपुर, सारंगढ़-बिलाईगढ़ और सरगुजा में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई, जबकि बाकी 28 जिलों में औसत से अधिक वर्षा हुई।
इस साल भी भारतीय मौसम विभाग ने सामान्य से अधिक बारिश की संभावना जताई है, जिससे किसानों और जल स्रोतों के लिए अच्छी खबर मानी जा रही है।
पिछले 20 वर्षों में मानसून की स्थिति और वर्षा का आंकड़ा:
| वर्ष | मानसून आगमन | कुल बारिश (मिमी) |
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| 2024 | 07 जून | 1231.7 |
| 2023 | 21 जून | 1050.3 |
| 2022 | 18 जून | 1071.5 |
| 2021 | 11 जून | 1107.7 |
| 2020 | 12 जून | 1101.0 |
| 2019 | 22 जून | 1095.0 |
| 2018 | 26 जून | 1005.0 |
| 2017 | 21 जून | 842.9 |
| 2016 | 17 जून | 1112.1 |
| 2015 | 14 जून | 959.6 |
| 2014 | 19 जून | 1129.9 |
| 2013 | 09 जून | 1229.0 |
| 2012 | 18 जून | 1230.7 |
| 2011 | 17 जून | 1212.2 |
| 2010 | 17 जून | 1060.6 |
| 2009 | 27 जून | 890.0 |
| 2008 | 12 जून | 892.8 |
| 2007 | 24 जून | 1014.5 |
| 2006 | 24 जून | 960.9 |
इस बार यदि पूर्वानुमान सटीक रहा, तो छत्तीसगढ़ में खेती-किसानी के लिए यह मानसून बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।