रायपुर, छत्तीसगढ़ |

प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर अचानक करवट ली है। गुरुवार शाम को रायपुर समेत कई जिलों में तेज आंधी-तूफान और बारिश ने भारी तबाही मचाई। इस दौरान कई स्थानों पर पेड़, बिजली के खंभे और शेड्स गिर गए। मौसम विभाग ने शुक्रवार को राज्य के 18 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।

मौसम विभाग के अनुसार, सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, बिलासपुर, कोरबा, जशपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, बेमेतरा, कबीरधाम, मुंगेली, सुरगुजा, कोरिया और बलरामपुर जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान 30-40 किमी/घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं, मेघगर्जन और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है।

आंधी ने मचाई जबरदस्त तबाही

रायपुर में 10 साल बाद सबसे तेज आंधी (70-74 किमी/घंटे की रफ्तार से) चली, जिसने शहर के कई हिस्सों में तबाही मचाई। देवेंद्र नगर चौक पर शेड गिरने से कई गाड़ियां दब गईं। तरपोंगी टोल पर लोहे का स्ट्रक्चर तेज हवा में उड़कर पास में गिर गया, जिससे घंटों ट्रैफिक जाम रहा।

प्रदेशभर में सैकड़ों पेड़ और होर्डिंग्स गिरने की वजह से कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित रही और ब्लैकआउट की स्थिति बनी रही।

बिजली कटौती से लोग परेशान, शिकायत केंद्र में हंगामा

रायपुर के लाखे नगर स्थित विद्युत शिकायत केंद्र में देर रात तक लोगों की लंबी लाइनें लगी रहीं। शिकायत करने आए लोगों का कहना था कि बिजली विभाग के फोन नहीं उठाए जा रहे और कर्मचारी सिर्फ “मेंटेनेंस स्टाफ भेजने” की बात कर रहे हैं, लेकिन घंटों बाद भी कोई नहीं पहुंचा। इसको लेकर लोगों ने नारेबाजी की, जिस पर पुलिस को मौके पर पहुंचना पड़ा।

24 घंटे बाद भी कई इलाकों में बिजली नहीं

रायपुर के कई क्षेत्रों में आंधी के 24 घंटे बाद भी बिजली नहीं लौट सकी। विभागीय कर्मचारी लगातार मरम्मत कार्य में लगे हैं, लेकिन कई जगहों पर अभी भी बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई है। लोगों का कहना है कि शिकायतें दर्ज कराने के बावजूद कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल रहा है।