रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) 2021 भर्ती परीक्षा में अनियमितताओं के खुलासे और सीबीआई जांच के बीच राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने चयनित अधिकारियों के नियमितीकरण (Regularization) पर रोक लगा दी है।

सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) ने सभी विभाग प्रमुखों को पत्र जारी कर निर्देश दिया है कि CGPSC 2021 के तहत चयनित अधिकारी, जो वर्तमान में परिवीक्षा अवधि (Probation Period) में हैं, उनकी परिवीक्षा अवधि समाप्त नहीं की जाए और उन्हें बिना विभागीय अनुमति के नियमित न किया जाए।

152 अधिकारियों पर सीधा असर
सरकारी आदेश के बाद 152 अधिकारियों का नियमितीकरण फिलहाल के लिए रोक दिया गया है। जबकि इससे पहले 18 कैंडिडेट्स की नियुक्ति प्रक्रिया पर पहले ही रोक लगाई जा चुकी थी। गौरतलब है कि 11 मई 2023 को 170 पदों के लिए चयन सूची जारी की गई थी।

सीबीआई जांच के बीच कई गिरफ्तारियां
CGPSC 2021 भर्ती घोटाले में गंभीर अनियमितताएं सामने आई थीं। मामले की जांच सीबीआई को सौंपे जाने के बाद कार्रवाई तेज हुई। अब तक आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी, तत्कालीन सचिव, एक उद्योगपति और कुछ चयनित अभ्यर्थियों समेत कुल 7 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

इन गिरफ्तारियों के बाद से ही चयनित उम्मीदवारों के सेवा स्थायीत्व (Permanent Service) को लेकर अनिश्चितता बढ़ गई थी।

अधिकारियों को परिवीक्षा अवधि में ही रखा जाएगा
सरकार का मानना है कि यदि जांच पूरी होने से पहले अधिकारियों को नियमित कर दिया जाता है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई करना कानूनी रूप से कठिन हो सकता है। इसी कारण सभी चयनित अधिकारी परिवीक्षा अवधि में ही बने रहेंगे, जब तक कि सीबीआई जांच पूरी न हो जाए और मामले में अंतिम निष्कर्ष न आ जाए।