छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालय में तोड़फोड़ और आगजनी की घटना के बाद पार्टी ने कड़ा कदम उठाते हुए 7 कार्यकर्ताओं को तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई पार्टी के अनुशासन और संगठन की गरिमा को ठेस पहुँचाने के आरोप में की गई है।
निष्कासित कार्यकर्ताओं के नाम:
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निखिल साहू – भारतीय जनता युवा मोर्चा, प्रदेश कार्य समिति के सदस्य
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शैलेन्द्र धेनुसेवक – नगरी मंडल, पिछड़ा वर्ग मोर्चा के मंडल अध्यक्ष
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सुनील निर्मलकर – युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष
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भोला शर्मा – सक्रिय कार्यकर्ता
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गज्जू शर्मा – सक्रिय कार्यकर्ता
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संत कोठारी – सक्रिय कार्यकर्ता
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रवेंद्र सिंह – सक्रिय कार्यकर्ता
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इन सभी कार्यकर्ताओं को पार्टी से 6 वर्षों के लिए निष्कासित किया गया है।
घटना का पृष्ठभूमि:
यह घटना धमतरी जिला पंचायत अध्यक्ष के टिकट वितरण को लेकर हुए विवाद के बाद सामने आई। टिकट को लेकर पार्टी नेताओं के बीच तीखी बहस और संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो गई थी, जो इतना बढ़ गया कि पार्टी के स्थानीय कार्यालय में तोड़फोड़ और आगजनी की घटना घटित हुई।
पार्टी का रुख:
भाजपा ने इस कार्रवाई के माध्यम से स्पष्ट संदेश दिया है कि अनुशासनहीनता और संगठन विरोधी गतिविधियों के लिए पार्टी में कोई स्थान नहीं है। पार्टी के वरिष्ठ सूत्रों के अनुसार, यह घटना संगठन के अनुशासन और प्रतिष्ठा के खिलाफ है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
आदेश का निष्पादन:
इस मामले को संज्ञान में लेते हुए भाजपा छत्तीसगढ़ की प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद, प्रदेश महामंत्री एवं मुख्यालय प्रभारी रामू रोहरा ने आधिकारिक आदेश जारी कर सातों नेताओं को निष्कासित करने की घोषणा की।
यह घटना पार्टी के अनुशासन और संगठन की गरिमा को बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखी जा रही है।