भाजपा कार्यकर्ताओं में बढ़ रही बेचैनी, एल्डरमैन की नियुक्ति पर भी टकटकी

राज्य की साय सरकार द्वारा निगम-मंडलों, आयोगों और परिषदों में नियुक्तियों को लेकर दूसरी सूची लगभग तैयार कर ली गई है, लेकिन इसकी घोषणा में लगातार देरी हो रही है। इस विलंब के कारण भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं में असंतोष बढ़ता जा रहा है। वहीं, नगरीय निकायों में एल्डरमैन की नियुक्तियों को लेकर भी कार्यकर्ता लंबे समय से प्रतीक्षा कर रहे हैं।

पहली सूची के कुछ मामलों में अड़चन

सूत्रों की मानें तो पहली सूची में शामिल कुछ निगम मंडलों के अध्यक्षों की नियुक्ति में तकनीकी अड़चनें आईं हैं, जिसके चलते छह से सात नामित अध्यक्ष अब तक अपना कार्यभार नहीं संभाल पाए हैं। अब इन्हें अन्य निगमों या परिषदों में समायोजित किया जाएगा, जबकि बाकी बचे पदों पर नए चेहरों को शामिल किया जाएगा।

एल्डरमैन की नियुक्तियों पर निगाहें

निकाय चुनावों के तीन महीने गुजरने के बाद भी एल्डरमैन की नियुक्तियां लटकी हुई हैं। कई भाजपा कार्यकर्ता, जिन्हें पार्षद का टिकट नहीं मिला था, अब एल्डरमैन पद की उम्मीद लगाए बैठे हैं। कुछ ऐसे भी कार्यकर्ता हैं, जो टिकट पाने के लिए नेताओं को आर्थिक मदद देने के बावजूद चुनाव हार गए, लेकिन अब उन्हीं नेताओं से एल्डरमैन बनाने की सिफारिश कर रहे हैं।

एक पद के लिए तीन दावेदार

एक प्रमुख निगम में अध्यक्ष पद के लिए तीन मजबूत दावेदार सामने आए हैं, जो संगठन के करीबी माने जाते हैं। भाजपा नेतृत्व के लिए यह तय करना मुश्किल हो गया है कि इन तीनों में से किसे मौका दिया जाए। यह स्पष्ट रूप से दूसरी सूची जारी होने के बाद ही पता चल पाएगा।

इस माह के अंत तक सूची जारी होने की संभावना जताई जा रही है, जिससे कार्यकर्ताओं में फैली नाराजगी को कुछ हद तक शांत किया जा सके।