छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में आयुष्मान वय वंदन योजना के तहत 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए कुल 34,159 आयुष्मान कार्ड बनाए जाने का लक्ष्य रखा गया है। लेकिन अब तक केवल लगभग 20,000 कार्ड ही बनाए जा सके हैं। शेष करीब 30% बुजुर्गों को कार्ड बनवाने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
मुख्य वजह आधार कार्ड से जुड़ी तकनीकी दिक्कतें हैं। कई बुजुर्गों के पास आधार कार्ड ही नहीं है, और जिनके पास है भी, उनमें मोबाइल नंबर या जन्मतिथि अपडेट नहीं है। चूंकि यह योजना पूरी तरह आधार आधारित है, ऐसे में मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड न होने से ओटीपी वेरिफिकेशन संभव नहीं हो पा रहा है।
इस समस्या के समाधान के लिए प्रशासन ऐसे बुजुर्गों को उनके परिवार के किसी सदस्य का मोबाइल नंबर आधार से लिंक कराने की सलाह दे रहा है, ताकि भविष्य में किसी भी सरकारी सेवा के लाभ में परेशानी न हो।
कार्यक्रम के प्रभारी डॉ. देवेंद्र सोनी के अनुसार, आधार सत्यापन के चार विकल्प उपलब्ध हैं — फिंगरप्रिंट, ओटीपी, फेस वेरिफिकेशन और आइरिस स्कैन। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस योजना के अंतर्गत राशन कार्ड की अनिवार्यता नहीं है। यदि किसी परिवार में दो 70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग हैं, तो दोनों को मिलाकर 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिल सकता है।