शहरों में घरों की सजावट के लिए दीवारों और बालकनी में गमले रखने का चलन तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन यह शौक कभी-कभी जानलेवा साबित हो सकता है। कई जगहों से ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जहां बिना किसी सुरक्षा इंतजाम के गमले रखे गए हैं जो हवा के तेज झोंकों, बच्चों की गतिविधियों या अचानक धक्के से गिर सकते हैं। ऐसे हादसे गंभीर रूप ले सकते हैं और जान भी जा सकती है।
पुणे की दर्दनाक घटना बनी चेतावनी
महाराष्ट्र के पुणे में हाल ही में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जहां ऊंची इमारत की बालकनी से गिरा गमला एक छोटे बच्चे पर आ गिरा, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना 28 अप्रैल की है और इसके बाद से इलाके में शोक का माहौल है।
अन्य शहरों में भी सामने आईं घटनाएं
इससे पहले नोएडा और देश के अन्य हिस्सों में भी इस तरह के हादसे हो चुके हैं। रायपुर में भी कई हाईराइज इमारतों में बालकनी में बिना किसी सुरक्षा व्यवस्था के गमले रखे जा रहे हैं, जो खतरे को आमंत्रण दे रहे हैं।
नोएडा में लगाया गया प्रतिबंध
नोएडा अथॉरिटी ने हाईराइज इमारतों की बालकनी में गमले रखने पर रोक लगा दी है। सभी सोसायटियों को नोटिस जारी कर गमले हटाने के निर्देश दिए गए हैं। उल्लंघन की स्थिति में एफआईआर की चेतावनी दी गई है। रायपुर में भी ऐसी सख्ती की जरूरत महसूस की जा रही है क्योंकि यहां भी बड़ी संख्या में बहुमंजिला इमारतें बन चुकी हैं।
जल्द जारी होगी एडवाइजरी
रायपुर की महापौर मीनल चौबे ने बताया कि नगर निगम जल्द ही एक एडवाइजरी जारी करेगा, जिसमें लोगों को बालकनी या दीवारों पर गमले न रखने की हिदायत दी जाएगी। उन्होंने कहा कि थोड़ी सी सावधानी बड़े हादसों से बचा सकती है।
सुरक्षा मानकों का पालन जरूरी
नगर निवेश विभाग के एसडीओ आशुतोष सिंह ने बताया कि तेजी से बन रही हाईराइज इमारतों में सुरक्षा और अग्निशमन मानकों का पालन जरूरी है। लेकिन हर घर की जांच संभव नहीं है, इसलिए लोगों को खुद ही सजग रहना होगा। बिना सुरक्षा घेरे के रखे गमले गंभीर खतरा बन सकते हैं।