रायपुर/मुंबई।
प्रतियोगी परीक्षाओं में फर्जीवाड़े का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब आईबीपीएस (IBPS) द्वारा आयोजित परीक्षा में एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। भारत सरकार के अधीन ECGC कंपनी में चयन के लिए हुई परीक्षा एक व्यक्ति ने दी और इंटरव्यू भी उसी ने दिया, लेकिन नौकरी करने कोई और पहुंच गया।
दो महीने तक की नौकरी, फिर फरार
जानकारी के अनुसार, ECGC कंपनी में 70 पदों के लिए 2022 में भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई थी। परीक्षा आईबीपीएस के माध्यम से रायपुर के सरोना स्थित ऑनलाइन सेंटर में आयोजित हुई थी। इसमें राजस्थान के भरतपुर निवासी विनीत कुमार रामदयाल मीणा का चयन हुआ। 20 जनवरी 2023 को उसे ऑफर लेटर जारी कर दिया गया और उसने मुंबई स्थित ECGC कार्यालय में नौकरी ज्वाइन कर ली।
अंग्रेजी में कमजोर, हुआ शक
नौकरी के दौरान विनीत को अंग्रेजी में दस्तावेज़ पढ़ने, लिखने और बोलने में दिक्कतें होने लगीं। इससे अधिकारियों को शक हुआ। जांच शुरू की गई तो सामने आया कि जिसने परीक्षा दी थी, वह व्यक्ति कुछ और था और जो नौकरी कर रहा था, वह कोई दूसरा।
बीमार बताकर ली छुट्टी, फिर लापता
जैसे ही जांच शुरू हुई, विनीत कुमार ने खुद को बीमार बताया और छुट्टी पर चला गया। इसके बाद वह फरार हो गया। आईबीपीएस की जांच में स्पष्ट हुआ कि परीक्षा और इंटरव्यू किसी और ने दिया था और नौकरी कोई और कर रहा था।
मुंबई में एफआईआर, रायपुर पुलिस को जांच
ECGC ने इस फर्जीवाड़े की एफआईआर मुंबई में दर्ज कराई है। लेकिन चूंकि परीक्षा रायपुर में हुई थी, इसलिए यह केस रायपुर के डीडी नगर थाना भेजा गया है। पुलिस ने धोखाधड़ी व अन्य धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी गई है।
बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्र भी निशाने पर
इस बीच, माध्यमिक शिक्षा मंडल ने भी बोर्ड परीक्षार्थियों और उनके पालकों को अलर्ट किया है। धमतरी में फर्जी कॉल के माध्यम से पैसे की मांग की जा रही है। मंडल ने इस तरह की ठगी से सतर्क रहने की अपील की है।