छत्तीसगढ़ में महिलाओं को आर्थिक सहायता देने वाली महतारी वंदन योजना में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। योजना के लिए पहले कुल 70 लाख 27 हजार 154 महिलाओं का पंजीयन हुआ था, लेकिन जांच के बाद करीब 70 हजार महिलाओं के नाम सूची से हटा दिए गए हैं। अब योजना का लाभ 69 लाख 63 हजार 621 महिलाओं को ही मिल रहा है।
दोहरी एंट्री और निष्क्रिय आधार बने कारण
जांच में सामने आया कि कई महिलाओं के एक से अधिक पंजीयन हो गए थे – यानी एक ही महिला का नाम दो बार जुड़ा हुआ था। इसके अलावा बड़ी संख्या में महिलाओं के आधार कार्ड इनऐक्टिव (निष्क्रिय) मिले, जिनका पिछले 10 वर्षों से कोई अपडेट नहीं हुआ था। यही कारण रहा कि तकनीकी गड़बड़ियों और डुप्लीकेट नामों के चलते करीब 70 हजार नामों को हटाना पड़ा।
ऑफलाइन-ऑनलाइन दोनों आवेदन बन गए उलझन
जानकारी के अनुसार, बड़ी संख्या में महिलाओं ने पहले ऑनलाइन आवेदन किया और फिर आंगनबाड़ी केंद्रों में ऑफलाइन फार्म भी जमा कर दिए। सुपरवाइजरों ने इन सभी आवेदनों को मंजूरी दे दी थी, जिससे एक ही महिला के दो-दो आवेदन दर्ज हो गए। शुरुआत में बिना सत्यापन लाभ देने की प्रक्रिया अपनाई गई, लेकिन बाद में शिकायतें आने पर विस्तृत जांच की गई, जिससे यह गड़बड़ी उजागर हुई।
जल्द खुलेगा नया पंजीयन पोर्टल
राज्य सरकार अब जल्द ही ऐसे नामों को दोबारा जोड़ने के लिए पोर्टल खोलने की तैयारी में है। 21 वर्ष से अधिक उम्र और विवाहित महिलाएं, जिनके नाम तकनीकी कारणों से हटाए गए थे, वे पुनः पंजीयन कर लाभ प्राप्त कर सकेंगी।
किस जिले में कितनी लाभार्थी महिलाएं?
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रायपुर: 5.29 लाख से अधिक
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बिलासपुर: 4.21 लाख
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दुर्ग: 4 लाख से अधिक
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बलौदाबाजार: 3.26 लाख
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महासमुंद: 3.21 लाख
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कोरबा: 2.92 लाख
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जांजगीर-चांपा: 2.87 लाख
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रायगढ़: 3 लाख से अधिक
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राजनांदगांव: 2.55 लाख
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कबीरधाम: 2.52 लाख
सरकार का वादा और पालन
गौरतलब है कि भाजपा ने विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान महिलाओं को हर माह 1,000 रुपये देने का वादा किया था। सत्ता में आने के बाद भाजपा सरकार ने इसे लागू करते हुए राज्य की महिलाओं को महतारी वंदन योजना के तहत आर्थिक सहायता देना शुरू कर दिया।