रायपुर जिले में संचालित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी बच्चों की पढ़ाई पर सीधा असर डाल रही है। जिले के 36 स्कूलों में करीब 250 शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं, जिससे शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है। विशेष रूप से 11वीं और 12वीं के छात्र-छात्राओं की पढ़ाई पर इसका गंभीर प्रभाव पड़ रहा है, जो प्रतियोगी परीक्षाओं की भी तैयारी कर रहे हैं।

अभिभावक परेशान, प्राचार्य असहाय

कई स्कूलों में गणित, रसायन और वाणिज्य जैसे मुख्य विषयों के शिक्षक ही नहीं हैं। छात्रों को न तो नियमित कक्षाएं मिल रही हैं और न ही पढ़ाई का माहौल। इससे चिंतित अभिभावकों ने जब शिकायत की तो कई प्राचार्यों ने साफ शब्दों में कहा कि “हम कुछ नहीं कर सकते, चाहें तो टीसी ले जाइए।” गुरुनानक चौक स्थित निवेदिता स्कूल में तो प्राचार्य आर.डी. वर्मा ने यही बात दोहराई, जिससे अभिभावकों में नाराजगी है।

शिक्षा विभाग के पास कोई ठोस योजना नहीं

शिक्षकों की इस कमी को लेकर जब जिला शिक्षा कार्यालय से संपर्क किया गया तो एडीईओ कलावती भगत ने स्पष्ट किया कि फिलहाल स्वामी आत्मानंद स्कूलों में शिक्षक नियुक्ति को लेकर कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी भर्ती प्रक्रिया शुरू करने को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

हर स्कूल में शिक्षकों की भारी कमी

जिला स्तर पर कई स्कूलों में शिक्षकों की संख्या जरूरत से बेहद कम है। निवेदिता स्कूल में मुख्य विषयों के चार शिक्षक नहीं हैं, बीपी पुजारी स्कूल में चार शिक्षकों की कमी है, वहीं आरडी तिवारी स्कूल में भी दो-तीन शिक्षक कम हैं। लगभग हर आत्मानंद स्कूल में इसी तरह की स्थिति बनी हुई है।

मांग पत्र भेजने के बावजूद नहीं हो रही भर्ती

प्राचार्य बताते हैं कि वे समय-समय पर रिक्त पदों की जानकारी मांग पत्रों के माध्यम से शिक्षा विभाग को भेजते हैं, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। ऐसे में न केवल विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही है, बल्कि शिक्षकों पर भी अतिरिक्त कक्षाएं लेने का दबाव बढ़ रहा है।

छात्रों के भविष्य पर संकट

11वीं-12वीं की कक्षाओं में पढ़ने वाले छात्र, जो जेईई, नीट जैसी प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, शिक्षकों की कमी से खासे प्रभावित हैं। मुख्य विषयों में कमजोर आधार के कारण उनका भविष्य खतरे में नजर आ रहा है। अगर जल्द ही शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई, तो इसका दीर्घकालिक असर छात्रों की पढ़ाई और करियर पर पड़ेगा।