महासमुंद। खरीफ फसलों की तैयारी में जुटे किसानों ने इस बार भी कृषि ऋण के लिए सहकारी बैंकों और प्राथमिक समितियों का रुख करना शुरू कर दिया है। महासमुंद जिले में अब तक 47,906 किसान करीब 205 करोड़ रुपए का कृषि ऋण ले चुके हैं, जबकि इस वर्ष 470 करोड़ रुपए का ऋण वितरण लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी अविनाश शर्मा ने बताया कि ऋण वितरण की प्रक्रिया अप्रैल से शुरू हो चुकी है और यह 30 सितंबर 2025 तक जारी रहेगी। किसानों के पास अब भी तीन महीने का समय है जिसमें वे खाद, बीज और कीटनाशकों के लिए अल्पकालिक शून्य ब्याज दर पर ऋण ले सकते हैं। इस ऋण की अदायगी धान खरीदी के दौरान की जाती है।
पिछले वर्ष का प्रदर्शन
2024 में जिले के 82,000 किसानों को कुल 426 करोड़ रुपए का ऋण दिया गया था, जो 434 करोड़ के लक्ष्य के करीब था। इसमें से 98% वसूली भी हो चुकी है। शेष बकाया ऋणधारकों को नोटिस भेजे जा चुके हैं।
रबी फसलों की वसूली भी शुरू
रबी सीजन के लिए लिए गए 45 करोड़ के लक्ष्य में से अब तक 38 करोड़ रुपए का ऋण वितरित किया गया था, जिसकी वसूली की प्रक्रिया अब प्रारंभ हो चुकी है।
फसल क्षेत्र का दायरा
इस खरीफ सीजन में महासमुंद जिले में कुल 2 लाख 59 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में फसल उत्पादन का लक्ष्य है, जिसमें से 2 लाख 46 हजार हेक्टेयर में धान की खेती की जाएगी।
किसानों की ऋण लेने में लगातार बढ़ती रुचि यह दर्शाती है कि आधुनिक कृषि के लिए आवश्यक संसाधनों की पूर्ति अब बैंकों के माध्यम से करना आम हो गया है। इस वर्ष भी रिकॉर्ड स्तर पर ऋण वितरण की उम्मीद जताई जा रही है।