दुर्ग समेत 8 ऑटोनोमस कॉलेजों में इस बार एडमिशन की प्रक्रिया होगी अलग, कॉलेज की वेबसाइट से ही भरना होगा फॉर्म
दुर्ग। नए शैक्षणिक सत्र से छत्तीसगढ़ के 8 ऑटोनोमस कॉलेजों में एडमिशन प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया गया है। अब छात्रों को इन कॉलेजों में दाखिले के लिए विश्वविद्यालय पोर्टल का सहारा नहीं लेना होगा। इसके बजाय हर कॉलेज अपनी वेबसाइट के माध्यम से सीधे एडमिशन फॉर्म स्वीकार करेगा। खासकर साइंस कॉलेज दुर्ग में इस बार हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की बजाय कॉलेज की वेबसाइट से आवेदन करना होगा।
साइंस कॉलेज दुर्ग में एडमिशन प्रक्रिया शनिवार से शुरू हो रही है। कॉलेज की वेबसाइट पर ऑनलाइन फॉर्म का लिंक जोड़ दिया गया है, जो तय तारीख से लाइव हो जाएगा। यह सुविधा पूरी तरह नि:शुल्क होगी और यूजी व पीजी दोनों कोर्सों के लिए मान्य रहेगी।
सीटों में बढ़ोतरी
उच्च शिक्षा विभाग ने दुर्ग जिले के कन्या महाविद्यालय में सीटों में भी इजाफा किया है। बीकॉम की सीटें 370 से बढ़कर 400 हो गई हैं, वहीं एमकॉम में 20 सीटों की बढ़ोतरी के बाद अब 100 छात्राएं एडमिशन ले सकेंगी। इसके अलावा एमएससी बॉटनी (वनस्पतिशास्त्र) की सीटें 15 से बढ़कर 20 हो गई हैं। यह बढ़ोतरी नए सत्र से लागू होगी।
एडमिशन सिस्टम को लेकर नई पहल
अब तक सभी साइंस कॉलेजों में एक ही पोर्टल के माध्यम से एडमिशन होते थे, जिससे छात्रों को आवेदन के दौरान काफी परेशानी झेलनी पड़ती थी। लेकिन अब साइंस कॉलेज दुर्ग जैसे बड़े कॉलेजों को अपने पोर्टल से एडमिशन देने की अनुमति दी गई है। इससे एडमिशन प्रोसेस पारदर्शी, सुगम और सुविधाजनक होगा।
इन कॉलेजों में लागू होगा अलग पोर्टल सिस्टम:
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साइंस कॉलेज, दुर्ग
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दिग्विजय कॉलेज, राजनांदगांव
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नागार्जुन कॉलेज, रायपुर
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छत्तीसगढ़ कॉलेज, रायपुर
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डिग्री गर्ल्स कॉलेज, रायपुर
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साइंस कॉलेज, बिलासपुर
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बिलासा कॉलेज, बिलासपुर
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साइंस कॉलेज, अंबिकापुर
प्राचार्य का बयान
डॉ. ए.के. सिंह, प्राचार्य साइंस कॉलेज दुर्ग ने बताया कि शासन से ऑटोनोमस कॉलेजों के लिए अलग पोर्टल से एडमिशन लेने के निर्देश मिले हैं। इसी के तहत कॉलेज की वेबसाइट पर आवेदन लिंक जोड़ दिया गया है।
गौरतलब है…
दुर्ग साइंस कॉलेज प्रदेश का पहला कॉलेज था, जिसे ऑटोनोमस दर्जा मिला था और इसे नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) से सबसे पहले जोड़ा गया। इसका शैक्षणिक और तकनीकी ढांचा इसे बाकी कॉलेजों से अलग बनाता है।