छत्तीसगढ़ की साय सरकार ने ई-गवर्नेंस को बढ़ावा देते हुए शासकीय कर्मचारियों के लिए एक बड़ी सुविधा की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में शुरू की गई इस पहल के तहत राज्य के लगभग 4 लाख सरकारी कर्मचारियों की सेवा संबंधी जानकारी अब मोबाइल एप और वेब पोर्टल के माध्यम से सीधे अपडेट की जा सकेगी।
मोबाइल एप से मिलेगा लाभ
नई व्यवस्था के अनुसार, अब कर्मचारियों की सेवा से जुड़ी जानकारी को “एम्प्लाई कॉर्नर” नामक मोबाइल एप और वेब पोर्टल के जरिए अद्यतन किया जाएगा। इससे कर्मचारियों को प्रोफाइल अपडेट, नामिनी परिवर्तन, बैंक खाता बदलाव आदि कार्यों के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। यह प्रणाली तेज, सरल और पारदर्शी है, जिससे पदोन्नति, वेतन निर्धारण, सेवानिवृत्ति और पेंशन से जुड़े कार्यों में भी आसानी होगी।
कार्मिक संपदा पोर्टल से लिंक
यह नई सुविधा “कार्मिक संपदा पोर्टल” से जुड़ी हुई है, जो पहले से ही 2019 से उपयोग में है। लेकिन अब इसे और अधिक उपयोगकर्ता अनुकूल बनाते हुए मोबाइल एप विकसित किया गया है, जिससे कर्मचारी खुद अपनी जानकारी अपडेट कर सकें। पहले यह जिम्मेदारी कार्यालय प्रमुखों की होती थी, जिससे देरी और समस्याएं उत्पन्न होती थीं।
प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और तेजी
कोष एवं लेखा विभाग के संचालक रितेश अग्रवाल के अनुसार, यह नई व्यवस्था सेवा से जुड़े कार्यों में समयबद्ध निपटान सुनिश्चित करेगी। साथ ही, वेतन विसंगतियों और जीपीएफ मिसिंग एंट्री जैसी समस्याओं को भी कम करेगी। अब अंतिम जीपीएफ दावा भी पूरी तरह ऑनलाइन किया जा सकेगा, जिससे दावे के निपटान में लगने वाला समय घटेगा।
एसओपी और तकनीकी गाइडेंस उपलब्ध
कर्मचारियों को एप के उपयोग की प्रक्रिया और मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) की जानकारी विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध कराई गई है। इसका लिंक है:
https://ekoshonline.cg.gov.in/Advertisement/sop_karmik_website_merged.pdf
साय सरकार का डिजिटल विजन
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्पष्ट किया है कि उनकी सरकार का हर निर्णय कर्मचारियों और आम जनता की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया जा रहा है। यह डिजिटल प्रणाली सुशासन, पारदर्शिता और सेवा सुरक्षा की दिशा में एक अहम कदम है, जिससे छत्तीसगढ़ ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में एक अग्रणी राज्य बनता जा रहा है।
यह पहल छत्तीसगढ़ के सरकारी कर्मचारियों के लिए न केवल तकनीकी सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि प्रशासनिक प्रक्रियाओं को भी सरल और भरोसेमंद बना रही है।