छत्तीसगढ़ में बीए-बीएड और बीएससी-बीएड पाठ्यक्रमों में इस शैक्षणिक सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया अधर में लटकी हुई है। इन कोर्सों में प्रवेश के लिए जिम्मेदार संस्था राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (SCERT) ने छत्तीसगढ़ व्यापमं को परीक्षा आयोजित कराने के लिए 29 मई को पत्र लिखा था, लेकिन अब तक व्यापमं की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।

SCERT अधिकारियों के अनुसार, नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) की गाइडलाइन के तहत ही इन कोर्सों में दाखिला सुनिश्चित किया जाएगा। अगर व्यापमं परीक्षा आयोजित करने में असमर्थता जाहिर करता है, तो परिषद मेरिट आधारित (12वीं के अंकों) के आधार पर प्रवेश प्रक्रिया अपनाने पर विचार कर सकती है।

फिलहाल प्रदेश के केवल तीन महाविद्यालयों में यह इंटीग्रेटेड कोर्स संचालित किए जा रहे हैं। जब व्यापमं से इस मामले में संपर्क किया गया, तो उन्होंने भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

इस बीच, छत्तीसगढ़ के प्राइवेट प्रोफेशनल अनएडेड कॉलेजेस की एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि छात्रों के हित में प्रवेश प्रक्रिया 12वीं के अंकों के आधार पर शुरू की जाए। उनका तर्क है कि समय पर दाखिला शुरू न होने से छात्रों का शैक्षणिक वर्ष प्रभावित हो सकता है।

अब सभी की नजरें SCERT के अगले फैसले पर टिकी हैं, जो व्यापमं की चुप्पी के चलते जरूरी निर्णय ले सकता है।