रायपुर, 14 जून। राजधानी रायपुर के उरला गुमा औद्योगिक क्षेत्र स्थित Western Tar Production Pvt. Ltd. नामक डामर निर्माण फैक्ट्री में शनिवार सुबह भीषण आग लग गई। घटना सुबह करीब 11:30 बजे की है, जब फैक्ट्री के ऑयल टैंक में अचानक आग भड़क उठी। देखते ही देखते आग ने पूरी इकाई को अपनी चपेट में ले लिया। आग की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि फैक्ट्री से उठती लपटें और धुएं का गुबार 5 किलोमीटर दूर से भी दिखाई दे रहा था।
इस आगजनी से पूरे औद्योगिक क्षेत्र में हड़कंप मच गया। जानकारी के अनुसार, फैक्ट्री एक छोटी इकाई है और वहां न तो आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम थे और न ही कोई फायर सेफ्टी गार्ड तैनात था। आग लगते ही आसपास की अन्य फैक्ट्रियों ने फौरन प्रतिक्रिया दी और अपनी दमकल गाड़ियाँ भेजीं, जिससे आग को शुरुआती स्तर पर काबू में लाने में मदद मिली।
सूचना मिलते ही 112 इमरजेंसी सेवा की टीम और फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियाँ मौके पर पहुँचीं। घंटों की मशक्कत के बाद आग को पूरी तरह बुझा लिया गया, लेकिन तब तक फैक्ट्री का बड़ा हिस्सा जलकर खाक हो चुका था।
सबसे बड़ी राहत की बात यह रही कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई और सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं। हालांकि, इस घटना ने औद्योगिक क्षेत्रों में फायर सेफ्टी को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
अब यह मांग उठ रही है कि जिला प्रशासन और उद्योग विभाग ऐसी फैक्ट्रियों पर कड़ी नजर रखें और जहां सुरक्षा के मानकों की अनदेखी हो रही है, वहां सख्त कार्रवाई की जाए। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि आग समय पर नहीं बुझाई जाती, तो यह घटना एक बड़ी औद्योगिक त्रासदी बन सकती थी।
भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए अब जरूरी है कि हर औद्योगिक इकाई में अग्नि सुरक्षा से जुड़ी बुनियादी व्यवस्थाएं अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाएं।