रायपुर। सुकमा में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोट में शहीद हुए एएसपी आकाश राव गिरपुंजे को मंगलवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। इस भावुक क्षण में उनके सात वर्षीय बेटे ने दादा की उपस्थिति में महादेवघाट स्थित श्मशान में अपने पिता को मुखाग्नि दी। इस दृश्य ने हर किसी की आंखें नम कर दीं।

शहीद का पार्थिव शरीर पहले कुशालपुर स्थित उनके निवास से माना स्थित चौथी बटालियन के परिसर लाया गया, जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। वहां से शवयात्रा महादेवघाट के लिए रवाना हुई। रास्तेभर लोगों ने “भारत माता की जय” और “जब तक सूरज चांद रहेगा, आकाश तेरा नाम रहेगा” जैसे नारे लगाए। माहौल बेहद भावुक और देशभक्ति से भरा हुआ था।

श्मशान घाट पहुंचने पर बड़ी संख्या में परिजन, मित्र, सहयोगी और आम लोग मौजूद थे। जैसे ही पार्थिव शरीर को देखा, हर किसी की आंखें भर आईं। शहीद आकाश को अंतिम विदाई देने के दौरान “अक्कू भैय्या जिंदाबाद” के नारे भी गूंजते रहे।

डिप्टी सीएम ने दिया कंधा
राज्य के डिप्टी मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने शहीद को कंधा देकर सम्मानपूर्वक विदाई दी और श्रद्धांजलि अर्पित की। यह क्षण पूरे प्रदेश के लिए गर्व और शोक दोनों का प्रतीक बन गया।

आकाश राव गिरपुंजे की शहादत ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है, लेकिन उनके साहस और बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा।