छत्तीसगढ़ के गंगरेल डैम में युवक के डूबने की आशंका के बाद जिसे सभी मरा हुआ मान बैठे थे, वो 13 दिन बाद दिल्ली में जिंदा मिला। यह युवक कवर्धा निवासी 30 वर्षीय हेमंत चंद्रवंशी है, जिसने खुद के लापता होने की एक पूरी कहानी रची थी।

दरअसल, 24 मई को हेमंत अपने एक कर्मचारी के साथ गंगरेल बांध स्थित एक रिसॉर्ट में रुका था। अगले दिन यानी 25 मई की सुबह वह टहलते हुए अंगारमोती मंदिर के पीछे डैम किनारे पहुंचा और वहां नहाने लगा। इसी दौरान उसने अपने कर्मचारी को ब्रश लाने के लिए दुकान भेज दिया। जब कर्मचारी लौटा, तो हेमंत वहां से गायब था। मौके पर सिर्फ उसकी चप्पल और मोबाइल पड़े मिले थे।

कर्मचारी ने तत्काल रूद्री पुलिस को सूचना दी। चूंकि घटनास्थल बांध के पास था, इसलिए पुलिस को यह शक हुआ कि हेमंत पानी में डूब गया है। घंटों रेस्क्यू ऑपरेशन चला, रायपुर से एक्सपर्ट्स और अंडरवाटर कैमरे तक मंगवाए गए, लेकिन हेमंत का कोई सुराग नहीं मिला।

इस बीच दो दिन तक युवक का कोई अता-पता नहीं चला, तब पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस शुरू किया। कॉल डिटेल और मोबाइल ट्रैकिंग के जरिए जांच की गई। आखिरकार खुलासा हुआ कि हेमंत चंद्रवंशी दिल्ली में है। यह जानकारी मिलने पर पुलिस ने परिजनों से संपर्क किया, जिन्होंने पुष्टि की कि उनका बेटा वाकई दिल्ली में है।

एएसपी मणीशंकर चंद्रा ने बताया कि युवक ने आर्थिक परेशानी और पारिवारिक तनाव के चलते खुद को गायब करने की साजिश रची थी। फिलहाल पुलिस ने हेमंत को दिल्ली से वापस बुला लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है।

इस घटना ने न सिर्फ परिजनों को झकझोर दिया, बल्कि पुलिस और रेस्क्यू टीम की मेहनत भी बेकार कर दी। अब पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस ‘नाटक’ के पीछे और कौन-कौन शामिल था और क्या कोई कानूनी कार्रवाई बनती है।