- City News Chhattisgarh
- Corona news
काेराेना का दाेहरा अटैक शुरू हो गया है। यानि जो मरीज पहले संक्रमित हो चुके थे, उनकी रिपोर्ट अब दोबारा पॉजिटिव आ रही है। 15 दिनों में ट्विनसिटी के 10 से ज्यादा लोग ऐसे मिले हैं। जिन्हें कोरोना ने दोबारा चपेट में लिया है। महीनेभर पहले ही ये सभी कोरोना का इलाज कराकर उससे उबरे थे। सर्दी, खांसी, बुखार के साथ ही पुन: कमजोरी होने से जांच कराई तो दोबारा रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई है। ऐसे दो मरीजों ने स्वयं की रिपोर्ट के बाद में स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दे दी है।
दोबारा पॉजिटिव आने के बाद एक मरीज जिले के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हाल फिलहाल उसकी छुट्टी होने की जानकारी मिली है। कोरोना के दोहरे अटैक की सूचना के बाद से वह अलर्ट हो गया है। सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह ने रिपीट पॉजिटिव वाले मरीजों को चिंहाकित करने के साथ ही उनका आंकड़ा तैयार करने कहा है। विशेषज्ञ इस स्थिति को भयावह मान रहे हैं। वहीं विभाग संक्रमित लोगों के संपर्क में वालों को ट्रेस कर रहा है।
आखिर दोबारा कैसे संक्रमित, चल रहा रिसर्च
केस-1: 15 दिनों के इलाज से ठीक हुए, फिर संक्रमित
से-9 के साहू परिवार में 45 वर्षीय सदस्य करीब महीनेभर पहले कोरोना की चपेट में आए थे। 15 दिनों के इलाज के बाद डॉक्टरों ने उन्हें वायरस मुक्त बताया था। अब 15 दिन फिर सर्दी, खांसी के साथ टेस्ट गायब होने पर जांच कराई तो फिर उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई है। इनके संपर्क में आए लोगों को ट्रेस किया जा रहा है।
केस-2: तबीयत बिगड़ने पर जांच कराई, पॉजिटिव मिले
दुर्ग निवासी 55 वर्षीय महिला को तेल बुखार के साथ ही भूख न लगने पर घर वालों ने दोबारा कोरोना की जांच कराई। रिपोर्ट पॉजिटिव बताई गई तो सभी हैरान हो गए। क्योंकि इससे पहले जब पहली बार वह संक्रमित हुई थी, ठीक होने पर तब डॉक्टरों ने उन्हें कोरोना से सेफ हो जाने की जानकारी दी थी।
एक्सपर्ट्स बता रहे क्यों दोबारा संक्रमित हो गए
वायरस में म्यूटेशन: जैसा कि हर वायरस अपना स्वरूप चेंज करते रहता है। विशेषज्ञों ने कोरोना वायरस को लेकर में भी ऐसी ही आशंका जाहिर की है। हो सकता है कि पहले वे उसके किसी और रूप की चपेट में रहे हो और अब दूसरे ने उनको चपेट में ले लिया हो।
लो- इम्युनिटी : विशेषज्ञों का मानना है कि जो लोग कोरोना से उबरे हैं, उनमें से ज्यादातर खुद को सुरक्षित मानते हुए न मास्क लगा रहे, न ही सेल्फ हाइजीन का ख्याल कर रहे। ऐसी स्थिति में जब वे किसी पॉजिटिव के संपर्क में आ रहे। कई की इम्युनिटी कम भी है।
(जैसा कि डॉ. तिलेश खुसरो, चेस्ट फिजीशियन ने बताया)
18852
कुल पॉजिटिव
16680
कुल रिकवर
1660
कुल एक्टिव
512
कुल मौत हुई
153
अभी भर्ती हैं
एक बार संक्रमित हो चुके हैं तो ऐसे बचे
मास्क लगाने की आदत डालें: मास्क लगाने से संबंधित व्यक्ति के शरीर में वायरस कम जाता है। वायरल लोड कम होने से या वह बिना इलाज ठीक या फिर कम समय के इलाज से ठीक हो जाता है।
सोशल डिस्टेंसिंग को न भूलें: घर से बाहर सार्वजनिक स्थान पर जब भी पहुंचें, सोशल डिस्टेंसिंग को न भूलें। त्यौहारी सीजन होने के साथ कोरोना का प्रकोप कम होने के नाते लोग इसे भूल गए हैं।
हाई- इम्युनिटी वाले पदार्थों को लें: खाने में हाई- इम्युनिटी वाली वस्तुओं का इस्तेमाल करें। घर से बिना नाश्ता या खाना खाएं सार्वजनिक स्थानों पर न जाए। भाप और काढ़ा लें।
सीधी बात: डॉ. गंभीर सिंह, सीएमएचओ, दुर्ग
ऐसे मामलों की सूचना मिली है, ट्रेस कर रहे…
-कोरोना से उबरे लोग फिर उसके चपेट में आने लगे, ये कैसे?
-ऐसे दो मरीजों की सूचना हमारे पास आई है। इसे पुष्टि करने के लिए उनकी पुरानी और नई रिपोर्ट मंगाई गई है।
-ऐसे लोगों की संख्या 10 से ज्यादा है, आप दो ही बात रहे, क्यों?
-हमारे पास रिपीट पॉजिटिव के फिलहाल दो मरीजों की ही सूचना मिली है। उनका आंकड़ा तैयार करने बोला हूं।
-दोबारा लोग कोरोना की चपेट में आ रहे, ये कितना गंभीर है?
-जो मरीज काेराेना से उबर गए हैं, दोबारा उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने चिंतनीय है। ऐसे में खतरा फिर बढ़ गया है।